लौट रहे हैं लोग
सतीश राठी
अपनी जड़ों की ओर
फिर वापस होने के लिए
लौट रहे हैं लोग
छोड़कर अपनी आजीविका के स्थान
जहां अचीन्हे अनजाने लोगों के बीच
जुटा लेते थे वह
दो वक्त की रोटी
किसी झोपड़पट्टी में पड़े रहते थे
पत्नी और बच्चों के साथ
जिसमें चूल्हे के नजदीक
बिछा रहता था उनका बिस्तर
और वही सो जाता था पूरा परिवार
उनकी कोई रिश्तेदारी नहीं थी
उस शहर में
जहां वह रहते थे
कोई चलाता था रिक्शा
कोई महिला मांजती थी
लोगों के घरों के बर्तन
कोई किसी के यहां पर था गार्ड
कोई काम करता था फैक्ट्री में
सब लोग
पेट की आग बुझाने के लिए
लगे रहते थे सुबह से रात तक
और एकाएक हो गया
सब कुछ बंद
उन्हें लगा
आसपास छा गया है अंधेरा
नहीं बचा है अब कुछ
दो वक्त की रोटी की जुगाड़ के लिए
सब कुछ हो गया है बंद
मदद के सारे रास्ते
बंद हो चुके हैं
और जेब की जमा पूंजी
होने लगी है खत्म
नहीं बच रहा उनके पास
अब कोई रास्ता
सिवाय लौटने के अपनी जड़ों की ओर
जहां जीवित हैं
उनके सारे रिश्ते
उनके सारे लोग
सोचने लगे हैं
कहीं किसी खेत में कर लेंगे मजदूरी
या फिर किसी सड़क के किनारे
लगा लेंगे कोई छोटी सी दुकान
जी लेंगे अपनों के बीच
अपने दुख और सुख के साथ
सतीश राठी
आर 451, महालक्ष्मी नगर
इंदौर 452010
9425067204
सतीश राठी
अपनी जड़ों की ओर
फिर वापस होने के लिए
लौट रहे हैं लोग
छोड़कर अपनी आजीविका के स्थान
जहां अचीन्हे अनजाने लोगों के बीच
जुटा लेते थे वह
दो वक्त की रोटी
किसी झोपड़पट्टी में पड़े रहते थे
पत्नी और बच्चों के साथ
जिसमें चूल्हे के नजदीक
बिछा रहता था उनका बिस्तर
और वही सो जाता था पूरा परिवार
उनकी कोई रिश्तेदारी नहीं थी
उस शहर में
जहां वह रहते थे
कोई चलाता था रिक्शा
कोई महिला मांजती थी
लोगों के घरों के बर्तन
कोई किसी के यहां पर था गार्ड
कोई काम करता था फैक्ट्री में
सब लोग
पेट की आग बुझाने के लिए
लगे रहते थे सुबह से रात तक
और एकाएक हो गया
सब कुछ बंद
उन्हें लगा
आसपास छा गया है अंधेरा
नहीं बचा है अब कुछ
दो वक्त की रोटी की जुगाड़ के लिए
सब कुछ हो गया है बंद
मदद के सारे रास्ते
बंद हो चुके हैं
और जेब की जमा पूंजी
होने लगी है खत्म
नहीं बच रहा उनके पास
अब कोई रास्ता
सिवाय लौटने के अपनी जड़ों की ओर
जहां जीवित हैं
उनके सारे रिश्ते
उनके सारे लोग
सोचने लगे हैं
कहीं किसी खेत में कर लेंगे मजदूरी
या फिर किसी सड़क के किनारे
लगा लेंगे कोई छोटी सी दुकान
जी लेंगे अपनों के बीच
अपने दुख और सुख के साथ
सतीश राठी
आर 451, महालक्ष्मी नगर
इंदौर 452010
9425067204
No comments:
Post a Comment